झीलें धरती पर स्थित प्राकृतिक जल भंडार हैं जो अपनी सुंदरता और उपयोगिता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, झील न केवल मनमोहक दृश्य प्रस्तुत करती हैं, बल्कि जीवन के लिए भी आवश्यक जल प्रदान करती हैं.
इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे कि झील किसे कहते हैं (What is Lake in Hindi), झील कैसे बनती हैं और इसके विभिन्न प्रकार क्या हैं. साथ ही लेख में भारत की प्रमुख झीलें कौन सी हैं, झीलों का महत्व और कुछ रोचक तथ्यों पर भी प्रकाश डाला गया है.
झील किसे कहते हैं (What is Lake in Hindi)
झील जल का वह स्थिर भाग है जो चारो तरफ से स्थलखंडों से घिरा होता है, ये भूतल के विस्तृत गड्ढे के रूप में होती हैं, जिनमें जल भरा होता है, झीलों का जल प्रायः स्थिर होता है, जो इन्हें एक आकर्षक और शांतिप्रद स्थान बनाता है.
झील की उत्पत्ति (Origin Of The Lake in Hindi)
झीलों की उत्पत्ति के पीछे वर्षा, नदी से जल संचयन, ग्लेशियर्स के पिघलने और टूटने, भूकंप, भूभागीय गतिविधियों या बांधों के निर्माण जैसे कारण होते हैं. इन प्रक्रियाओं के संबंध में भूगर्भीय विज्ञान का अध्ययन होता है जो हमें पृथ्वी के प्राकृतिक संघटना को समझने में मदद करता है.
विभिन्न प्रकार की झीलें (Types of Lakes in Hindi)
झीलें विभिन्न प्रकार की होती हैं जो उनके आकार, स्थान और उत्पत्ति के आधार पर विभाजित होती हैं -
1. विवर्तनिक झीलें (Tectonic Lakes)
विवर्तनिक झीलें धरातलीय संचलन के कारण बनती हैं, धरातल के ऊर्ध्वधर और क्षैतिज संचलन के कारण दरारों और भ्रंशों के अंदर जल भरने से इन झीलों का विकास होता है, भारत के जम्मू और कश्मीर तथा कुमाऊं हिमालयी पर्वतीय क्षेत्र में विवर्तनिक झीलें पाई जाती हैं, जैसे कि वूलर झील, त्सो मोरिरि, पंगोडा त्सो आदि.
2. ज्वालामुखी या क्रेटर झीलें (Creater Laks)
ज्वालामुखी के शांत होने पर जिस झील के मुख में वर्षा का जल भर जाता है तो उसे क्रेटर झील कहा जाता है, संयुक्त राज्य अमेरिका में ओरेगोन राज्य की क्रेटर झील और भारत, महाराष्ट्र में बुलढाणा जिले की लोणार झील ज्वालामुखी या क्रेटर झील का एक अच्छा उदाहरण हैं.
3. हिमानी झीलें (Glacial Lakes)
हिमानी झीलों का निर्माण बर्फीले क्षेत्रों में हिम क्रिया के परिणाम स्वरूप होता है, ये झीलें तब बनती हैं जब ग्लेशियर अपनी गति या पिघलने से भूमि को काटता है और फिर पिघलकर बर्फ के पानी के रूप में जम जाता है, इस अंतराल में पानी जमा होने से एक नई झील का निर्माण होता है, जिसे हिमानी झील कहते हैं. भारत के लद्दाख में स्थित पांगोंग झील इसका उदाहरण है.
4. नदीय झीलें (Fluvial Lakes)
पर्वतीय क्षेत्र, मैदानी क्षेत्र और नदी के डेल्टाई क्षेत्रों में नदी की क्रिया के कारण नदीय झील विकसित होती हैं, ये झीलें नदी से जुड़ी होती हैं और उनके प्रवाह वाले क्षेत्रों में बनती हैं. उड़ीसा में स्थित चिल्का झील इसका उत्कृष्ट उदाहरण है.
5. वायूढ़ झीलें (Aeolian Lakes)
वायूड झीलें वे झीलें होती हैं जो शुष्क या अर्द्ध शुष्क क्षेत्रों में बनती हैं, ये झीलें अस्थायी होती हैं और वर्षा के समय अस्थायी नदियों द्वारा जल भर जाती हैं, इसके अलावा, हवा द्वारा उड़ाए जाने वाले सूक्ष्म जलबिंदुओं से भी इन झीलों का निर्माण हो सकता है.
भारत में इस प्रकार की झीलें अधिकतर राजस्थान के रेगिस्तान या थार रेगिस्तान में पाई जाती हैं, इसके उदाहरण सांभर झील और डीडवाना झील आदि हैं, यहां की झीलें खारी प्रकृति की होती हैं जिनमें नमक की मात्रा पाई जाती है, भारत में नमक की आपूर्ति इन्हीं झीलों से होती है.
6. लैगून झीलें (Lagoon Lakes)
लैगून उन क्षेत्रों में विकसित होते हैं जहां महाद्वीपीय ढलान अधिक होती है और ढाल उथली होती है, साथ ही उन क्षेत्रों में भी जहां समुद्री तट की चौड़ाई कम होती है और समुद्री तट रेखा टूटी हुई होती है, इन क्षेत्रों में इसे कयाल कहा जाता है, आंध्र प्रदेश में स्थित कोल्लेरू झील इसका प्रमुख उदाहरण है.
7. द्रवण झीलें (Dissolution Lakes)
द्रवण झीलें वे विशेष प्रकार की जलाशय हैं जो कार्स्ट क्षेत्रों में पाई जाती हैं, ये झीलें चूना पत्थर या डोलोमाइट जैसे रॉक्स के घुलने से उत्पन्न होती हैं, इन रॉक्स के घुलने के परिणामस्वरूप धीरे-धीरे जल से गुफाएं बनती हैं जिससे द्रवण झीलें उत्पन्न होती हैं, भीमताल जो उत्तराखंड के कुमाऊं गढ़वाल में स्थित है, द्रवण झील का उदाहरण है.
8. भू-स्खलन झीलें (Landslide Lakes)
भूस्खलन झीलें पर्वतीय क्षेत्रों की गहरी घाटियों में पाई जाती हैं, इन क्षेत्रों में अक्सर भूस्खलन कारकों के कारण भूस्खलन होता है जिसके कारण बहते पानी के मार्ग में रुकावट आती है और ऐसी स्थिति में ये घाटी झील का रूप ले लेती है, ये झीलें ज़्यदातर थोड़े समय के लिए अर्थात ये झीलें अस्थायी होती हैं.
9. मानव निर्मित झीलें (Man made Lakes)
मानव निर्मित झीलें मनुष्यों द्वारा बनाई जाती हैं, जैसे जल आपूर्ति, बिजली उत्पादन, सिंचाई और जल संरक्षण के लिए, इन झीलों का निर्माण नदियों पर बांधों और जमीन पर कुंडों (पंडालों) के माध्यम से किया जाता है. भारत में गोविंद बल्लभ पंत सागर, सरदार सरोवर बांध, तिलैया बांध, हीराकुंड बांध, गांधी सागर, राणा प्रताप सागर आदि इस प्रकार की झीलों के उदाहरण हैं
भारत की प्रमुख झीलें (Major Lakes of india in Hindi)
भारत में लगभग सभी प्रकार की झीलें पाई जाती हैं, भारत की कुछ प्रमुख एवं महत्वपूर्ण झीलों की जानकारी इस प्रकार हैं.
वुलर झील
वुलर झील भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य में स्थित है, यह भारत की सबसे मीठे पानी की झीलों में से एक है, जिसकी लंबाई 15 किमी और चौड़ाई 10 किमी और औसत गहराई लगभग 17 मीटर है.
इस झील का निर्माण विवर्तनिक क्रियाओं के द्वारा हुआ है, इसका आकार मौसम के अनुसार बदलता रहता है, वुलर झील को झेलम नदी से पानी मिलता है और इसके मुहाने पर टुलबुल परियोजना विकसित की गई है, यह झील पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है.
डल झील
डल झील भारतीय राज्य जम्मू और कश्मीर में श्रीनगर के तट पर स्थित एक प्रसिद्ध झील है, यह झील 17 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैली हुई है, इसमें कैनोइंग, वॉटर-सर्फिंग और किथकिंग जैसे जल खेलों की सुविधाएं हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करती हैं, इसके किनारों पर फूलों के बगीचे भी हैं, वर्तमान में यह झील प्रदूषण से जूझ रही है. इसमें कमल, कुमुद और पानीफल (सिघाड़ा) जैसी प्राकृतिक वनस्पतियाँ पाई जाती हैं.
चिल्का झील
चिल्का झील भारत की सबसे बड़ी तटीय खारे पानी की झील है, यह उड़ीसा राज्य में स्थित एक प्रकार की अनूप झील है, यह झील अपनी प्राकृतिक सौंदर्य और पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध है और विभिन्न प्रकार के पक्षियों के लिए भी एक महत्वपूर्ण स्थल है.
चिल्का झील भारत की सबसे बड़ी तटीय खारे पानी की झील है, इसका क्षेत्रफल वर्षा ऋतु में 1200 वर्ग किमी तथा शुष्क मौसम में 900 वर्ग किमी होता है, यह एक उथली झील है जिसकी औसत गहराई 5 मीटर है, दिसंबर से जून तक इसका पानी खारा रहता है लेकिन बरसात के मौसम में इसका पानी मीठा हो जाता है, इसमें एक नौसैनिक प्रशिक्षण केंद्र भी है और इसमें विशेष प्रकार के कछुए भी पाए जाते हैं.
सांभर झील
सांभर झील राजस्थान के जयपुर शहर से लगभग 70 किमी पश्चिम में फुलेरा नामक स्थान पर स्थित है, यह भारत के स्थलीय क्षेत्र की सबसे बड़ी खारे पानी की झील है जिससे नमक प्राप्त होता है, इस झील में बरसाती छोटी नदियां आकर मिलती हैं, इसका क्षेत्रफल लगभग 5700 वर्ग किमी है, यह समुद्र तल से लगभग 365 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, यहां नवंबर से फरवरी माह में उत्तरी अमेरिका और साइबेरिया से हजारों की संख्या में प्रवासी पक्षी आते हैं.
कोलेरू झील
कोलेरू झील आंध्र प्रदेश में गोदावरी और कृष्णा नदियों के तट पर स्थित एक मीठे पानी की झील है, यह झील अक्टूबर और मार्च के बीच कई साइबेरियाई और उत्तरी अमेरिकी बर्फीले क्षेत्रों से आने वाले लाखों प्रवासी पक्षियों को आकर्षित करती है, इस झील को भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1999 में वन्यजीव अभयारण्य/शरणस्थल के रूप में अधिसूचित किया गया है.
नैनीताल झील
नैनीताल झील भारत के उत्तराखंड में स्थित है, यह एक प्रसिद्ध पहाड़ी झील है और उत्तराखंड के प्रमुख पर्वतीय पर्यटन स्थलों में से एक है, यह झील नैनीताल शहर से घिरी हुई है और और पहाड़ों से घिरी वादियों में स्थित है,
यह झील 1,410 मीटर लंबी और 445 मीटर चौड़ी और लगभग 27 मीटर गहरी है.
लोकताल झील
लोकताल झील उत्तर-पूर्वी भारत की सबसे बड़ी मीठे पानी की झील है और यह पूर्वोत्तर भारत के मणिपुर राज्य में स्थित है, यह झील दुनियां में तैरता हुआ द्वीप झील के नाम से भी प्रसिद्ध है क्योंकि इसमें तैरती फुमडीज़ (तैरते हुए द्वीप) हैं, फुमडीज़ वनस्पति, मिट्टी और तैरने वाले विभिन्न प्रकार के जीवों से भरी होती हैं, लोकताल झील में केबुललामजाओं नामक एक तैरता हुआ राष्ट्रीय उद्यान भी है, जो प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है, यह झील अपनी मनमोहक प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है और पर्यटकों को आकर्षित करती है.
भीमताल झील
भीमताल झील भारत के उत्तराखंड में स्थित एक प्राकृतिक झील है, यह झील काठगोदाम से लगभग 17 किमी उत्तर में स्थित है और समुद्र तल से 1,332 मीटर की ऊंचाई पर है, भीमताल झील आकार में त्रिकोणीय है और बीच में ज्वालामुखीय चट्टानों से बना एक छोटा सा द्वीप है, झील की लंबाई लगभग 1,674 मीटर, चौड़ाई 447 मीटर और गहराई लगभग 23 मीटर है, यह झील अपनी प्राकृतिक सुंदरता और पर्यटकों के लिए लोकप्रिय है.
अष्टमुडी झील
अष्टमुडी झील भारत के केरल राज्य के अनूपझील क्षेत्र में स्थित एक अनूठी झील है इसका आकार आठ-तरफा है, जिससे इसका नाम अष्टमुडी झील पड़ा, यह पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है और केरल की अनूठी झीलों में से एक है, झील का पारिस्थितिकी तंत्र अद्वितीय है जिसका सुंदर वातावरण इसे पर्यटकों के बीच लोकप्रिय बनाता है.
वेम्बनाड झील
वेम्बनाड झील केरल की सबसे बड़ी झील है, यह एक आकर्षक लैगून झील है जिसमें राष्ट्रीय नौकायन प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं, वेम्बनाड झील 200 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैली हुई है, यह झील पंबा और पेरियार नदियों से जुड़ी है, यहां की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने के लिए यहां आना आनंददायक है.
ढेबर झील
ढेबर झील भारत की दूसरी सबसे बड़ी मानव निर्मित झील है, जो राजस्थान में उदयपुर से लगभग 45 किमी पूर्व में स्थित है, झील का क्षेत्रफल 87 वर्ग किमी है और इसका निर्माण राजा जय सिंह ने 1687 से 1691 ईस्वी के बीच किया था, इसे सात द्वीपों की झील के रूप में भी जाना जाता है, यह झील राजस्थान की एक खूबसूरत मीठे पानी की झील है.
गोविंद बल्लभ पंत सागर
गोविंद बल्लभ पंत सागर भारत की सबसे बड़ी कृत्रिम झील है, जो रिहंद नदी पर रिहन्द बांध बनाकर बनाई गई है, यह उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में स्थित है तथा इसका क्षेत्रफल 187 वर्ग किलोमीटर है, यह एक प्राकृतिक और पर्यावरण-अनुकूल जगह है जो पर्यटकों के बीच बहुत लोकप्रिय है.
गोविन्द सागर झील
गोविंद सागर झील भारत की मानव निर्मित झील है, जो सतलुज नदी पर स्थित है, यह झील हिमाचल प्रदेश के विलासपुर जिले में स्थित है और इसका नाम सिखों के दसवें गुरु के नाम पर रखा गया है, गुरु गोबिंद सिंह के नाम पर बनी इस झील का निर्माण 1976 ई. में हुआ था.
हुसैन सागर झील
हुसैन सागर झील भारत के तेलंगाना राज्य के हैदराबाद शहर में स्थित एक कृत्रिम झील है, इसे हजरत हुसैन शाह ने 1563 ई. में मुसी नदी की एक सहायक नदी पर बनवाया था, 1992 में इसमें गौतम बुद्ध की एक बड़ी अखंड मूर्ति स्थापित की गई थी, जो झील के बीच में टापू पर बनी है, इस झील का क्षेत्रफल लगभग 5.7 वर्ग किमी है, झील की अधिकतम गहराई लगभग 13 मीटर है.
चोलामू झील
भारत की सबसे ऊँची झील चोलामू सिक्किम में है, यह समुद्र तल से 5,330 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, चोलामू झील चीन सीमा से सिर्फ 4 किमी दक्षिण में स्थित है, इसी झील से ब्रह्मपुत्र नदी तंत्र की प्रमुख सहायक नदी तीस्ता निकलती है.
झीलों का महत्व (Importance of Lakes)
1. प्राकृतिक संतुलन के लिए - झीलें भूमि पर जल भंडारण का कार्य करती हैं और भूमि के जल स्तर को संतुलित करती हैं, जिससे प्राकृतिक संतुलन बना रहता है.
2. जल आपूर्ति - झीलें नदियों और वर्षा के पानी को संग्रहित करती हैं और पृथ्वी पर जल आपूर्ति सुनिश्चित करती हैं.
3. जीवनदायिनी - झीलें विभिन्न प्रकार के पक्षियों, जलीय जीव-जंतुओं के लिए आवास और खाने का स्थान प्रदान करती हैं.
4. जलवायु नियंत्रण - झीलें मौसमी परिवर्तन, बाढ़ या सूखे के समय जलवायु नियंत्रण में मदद करती हैं और नदियों के पानी के उचित प्रबंधन के लिए भी महत्वपूर्ण हैं.
5. जल पर्यावरण का संरक्षण - झीलें जल के वातावरण का संरक्षण और सुरक्षा करती हैं और इससे जल प्रदूषण की रोकथाम होती है.
6. आर्थिक उपाय - झीलों के आसपास का क्षेत्र पर्यटन और मत्स्य पालन के लिए आर्थिक उपाय उत्पन्न करता है, जो स्थानीय लोगों को रोजगार प्रदान करता है.
7. प्राकृतिक सौंदर्य - झीलें प्राकृतिक सौंदर्य को बढ़ाती हैं और पर्यटकों को आकर्षित करती हैं, जिससे ये पर्यटकों के लिए भी महत्वपूर्ण स्थल बन जाती हैं.
झीलों के बारे में रोचक तथ्य (Interesting Facts About Lakes)
1. बैकाल झील - बाईकाल झील रूस में स्थित है और माना जाता है कि यह दुनिया की सबसे गहरी और सबसे पुरानी झील है, जिसकी उम्र लगभग 25 मिलियन वर्ष है.
2. सुपीरियर झील - सुपीरियर झील, जिसे लैक सुपीरियर के नाम से भी जाना जाता है, उत्तरी अमेरिका में स्थित है और यह दुनिया की सबसे बड़ी झीलों में से एक है.
3. विक्टोरिया झील - विक्टोरिया झील अफ्रीकी महाद्वीप में युगांडा, केन्या और तंजानिया की सीमा पर स्थित है और यह दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी झील है.
4. पिछोला झील - राजस्थान के उदयपुर में स्थित, पछोला झील एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है, जिसमें सजावटी घाट, रोशनी वाले महल और जल मंदिर आकर्षक दृश्य प्रदान करते हैं.
5. लोकटक झील - यह झील मणिपुर में स्थित भारत की सबसे अधिक फूलों वाली झील है और एक जादुई दृश्य प्रस्तुत करती है.
6. लोनार क्रेटर झील - महाराष्ट्र के अमरावती जिले में स्थित लोनार झील भारत की सबसे विचित्र झील है जो एक क्रेटर से बनी है.
FAQ Section: jhil kise kahate hain in hindi
प्रश्न - झील कितने प्रकार की होती हैं?
उत्तर - झीलें दो प्रकार की होती हैं, प्राकृतिक झीलें और मानव निर्मित झीलें.
प्रश्न - तालाब और झील में क्या अंतर है?
उत्तर- तालाब और झील दोनों शब्दों का प्रयोग किसी जलाशय को दर्शाने के लिए किया जाता है.
प्रश्न - झील को अंग्रेजी में क्या कहते हैं?
उत्तर - Jhil को इंग्लिश में Lake कहते हैं.
प्रश्न - भारत की सबसे छोटी झील का क्या नाम है?
उत्तर - पूकोड झील भारत की सबसे छोटी झील है.
प्रश्न - विश्व की सबसे ऊँची झील कौन सी है?
उत्तर - विश्व की सबसे ऊंची झील तिब्बत की टिसो सिकरू झील है, जो तिब्बत के पठार पर १८,२८४ फीट की ऊंचाई पर स्थित है.
प्रश्न - मानसरोवर झील कहाँ स्थित है?
उत्तर - मानसरोवर झील तिब्बत में स्थित है.
प्रश्न - किस देश को हजार झीलों की भूमि (Land of Thousand Lakes) कहा जाता है?
उत्तर - फिनलैंड को हजार झीलों की भूमि कहा जाता है.
अंत में: झील किसे कहते हैं (What is a Lake in Hindi)
झीलें धरती पर स्थित प्राकृतिक जल भंडार हैं, जो जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, वे न केवल अपनी सुंदरता से मन मोह लेती हैं, बल्कि जल आपूर्ति, जैव विविधता, पर्यटन, मनोरंजन और पर्यावरणीय संतुलन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं.
इस लेख में आपने जाना कि झील क्या है, झील की उत्पत्ति, झीलों के प्रकार, भारत की प्रमुख झीलें, झीलों का महत्व और झील के बारे में कुछ रोचक तथ्य.
उम्मीद है आपको झील किसे कहते हैं (What is a Lake in Hindi) जानकारी पसंद आई होगी. कृप्या इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर भी शेयर करें.
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